प्रवेश प्रक्रिया

प्रवेश प्रक्रिया


  • ८ वर्ष की आयु पूर्ण हुई है, ऐसे छात्र, छात्रा प्रवेशपात्र हैं। आदर्श के रुप में तो छात्र और छात्राओं का गुरूकुल अलग ही रहेगा। वर्तमान में, मोटा मोटी १२ वर्ष की आयु तक बच्चें साथ में रहेंगे।
     
  • यह निवासी गुरुकुल हैं।
     
  • वर्ष में ३ बार गुरुकुल में प्रवेश मिल सकता हैं। गुरुकुल से संपर्क करने से तिथि की जानकारी मिल जायेंगी।
     
  • सामान्यरूप से कुल १२ वर्ष की पढाई गुरुकुल में होगी। यह वर्ष बालक की क्षमता के अनुसार कम/अधिक हो सकते हैं।
     
  • गुरुकुल में कक्षा-आधारित, परीक्षा-आधारित कोई पाठ्यक्रम नहीं चलता हैं।
     
  • शिक्षा संपूर्णतः गुजराती भाषा में होगी। गुरूकुल में बोलचाल का माध्यम गुजराती / संस्कृत रहेगा।
     
  • गुरुकुल में से कोई सरकार मान्य प्रमाणपत्र / पदवी प्राप्त नहीं होगी। बच्चों को ऐसी परीक्षाओं में उत्तीर्ण हो पाये, ऐसी कोई शिक्षा विशेष रूप से नहीं दी जायेगी।
     
  • शिक्षा, निवास, भोजन निःशुल्क हैं। किसी भी प्रकार का कोई शुल्क (फिस) नहीं हैं।
     
  • गुरुकुल में मिलनेवाली शिक्षा, दिनचर्या आदि के विषय में समय समय पर परिचय वर्ग का आयोजन होता हैं। आप इस वर्ग में जूडकर अधिक जानकारी पा सकते हैं।
     
  • अधिक जानकारी के लिए ९७२३२७०६३६ – ९९२४९९१९९९ पर संपर्क कर सकते हैं।

आह्वान

सर्वे कर्मवशा वयम् । - हमारे पूर्वजो, ऋषियों ने इस भारत भूमि को ज्ञान के प्रकाश में निःस्वार्थ कर्म से सिंचा है, जिसके कारण हम आज भी इतने विपरीत समय में भी अपने ' स्व ' को कुछ संभाले हुए हैं। हम सब के लिए यह आह्वान है कि हम इस ज्ञानधारा के आधार पर श्रेष्ठ समाज बनायें।

  • स्वयं अध्ययन करें, अपने व्यवसाय, कौशल, रुची के विषयानुसार गृहस्थ होते हुए या वानप्रस्थ में ऐसे ही कोई गुरुकुल, विद्यापीठ से जूडकर सेवा दें।
  • अपने बच्चों को भारतीय शिक्षा के आधार पर चलनेवाले विद्याकेन्द्र में शिक्षा दें।
  • लोको में भारतीय शिक्षा की प्रतिष्ठा बढें, इस हेतु कार्यक्रमों का आयोजन करें।
  • भारतीय शिक्षा को उजागर करने के लिए प्रयासरत विद्याकेन्द्रों को आर्थीक सहयोग करें।
  • यथासंभव, स्वयं का और परिवार का जीवन भारतीय प्रतिमान के अनुसार बने, उसके लिए प्रयत्न करें।
  • स्वयं और अन्य इच्छुक लोगो के साथ मिलकर भारतीय शिक्षा की प्रतिस्थापना हेतु विद्याकेन्द्र प्रारंभ करें।